खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री ने बताया कि वेयरहाऊसिंग कार्पोरेशन की स्वयं भण्डारण क्षमता 23.03 लाख मे.टन है। इनमें सीमेन्ट कांक्रीट, डामर रोड, बाउड्रीवाल का निर्माण, 86 शाखाओं में CCTV Camera, 250 शाखाओं में सुलभ काम्पलेक्स एवं पेयजल की सुविधाएँ उपलब्ध कराने की योजना पर काम किया जा रहा है। इसी के साथ, 74 हजार मे.टन क्षमता के केप को गोदामों में परिवर्तित करना, 2 स्थानों पर आधुनिक पद्धति से गोदामों का निर्माण तथा 66 स्थानों पर डिजिटाईज्ड वे-ब्रिज लगाना प्रस्तावित है। इन कार्यों पर DPR अनुसार 143.87 करोड़ व्यय होंगे। इसके लिये नाबार्ड को ऋण प्रस्ताव भेजा गया है।
मंत्री श्री तोमर नेबताया कि देश में केवल मध्यप्रदेश स्टेट वेयरहाऊसिंग एण्ड लॉजिस्टिक्स कार्पोरेशन सर्वोच्च भण्डारण वाली संस्था है। संस्था द्वारा इस वर्ष कुल 103 लाख मे.टन क्षमता का भण्डारण किया गया। प्रदेश में कुल भण्डारण क्षमता 1 लाख 84 हजार मे.टन है। मध्यप्रदेश में पहली बार प्रायोगिक तौर पर ककून में 9590 मे.टन उपार्जित गेहूं का भंडारण सागर जिले के बीना में किया गया।